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  • आशा जाकर

राखी का त्योहार


आया राखी का त्योहार । लाया खुशियों का त्योहार । बच्चे - बच्चे पुलक रहे हैं राखी बंधवाएगे , अपनी बहनों से हम मंगल टीका करवाएंगे । लाया खुशियोअं की बौछार आया राखी का त्योहार ।। डाल - डाल पर फूल खिले , गाए खुशी के गीत, राखी का संदेश सुनाए भाई - बहन की प्रीत । नाचे पूरा ये संसार । आया राखी का त्योहार ।। पावनता का भाव भरा है, इस छोटे से धागे में, भाई, बहन का प्यार गुंथा है,लाल रंग के धागे में । लाया रस की भीनी फुहार । आया राखी का त्योहार ।। सरहद पर जो गये सिपाही, उनको राखी भेजेंगे पहले राखी वे पहनेंगे फिर हम राखी बाँधेगे। उनका भी घर- परिवार । आया राखी का त्योहार ।।

 

आशा जाकड़ (कवयित्री )

asha.jakar@gmail.com 9754969496 747,साँई कृपा कोलोनी होटल रेडीसन के पास इन्दौर, म.प्र . , 452010

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