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  • डॉ. अमरजीत टंडा

आपको भी याद होंगी

आप को भी याद होगीं सितारों की नाज़ुक सी टिमटिमाती कतारें प्यारी २ सी नदिआ के किनारे और वो तेरे मिलन पल वो दिलकश से लमहे

ज़ी-नफ़स गलिआं शादाब-नुमा गायों

जज़ीरा-नुमा हमारा वो गुणगानता संसार नज़्मों का ज़खीरा लहकती फसलों की महकें गुम हो गईं हैं यहीं कहीं दुश्मनी सदायें हैं हर जग़ह -

सभ रूठ गई हैं मौज-ए-शबाब की चहल पहल

वो रोशन चेहरे तामीर बादल-ए-तखरीब हर गली में वहशत नाचने लगी नगर २ जंगल-ए-राज सी तवारीख पोलीस जा मग़रिब के बूटों की खराशें हैं सरहद पर हर रोज़ कोई न कोई साँस-ए-हरकत बंद होये निज़ाम देखता तो है- एक बियाँ बन जाता है दिन-ए-शहादित - एक नन्ने बच्चे का भाभिष मांग का संधूर - कहाँ जाएँ वो टूटी हुई कलाई और रंगों में जो चलता था सुहाग का सफ़र गोरी २ बाँहों पे लाल चूड़े का नग्मा -

सुबह से ढूंड रहा हूँ- मुझे तो ये नहीं पता चल रहा के मेरा घर कहाँ है- रौनकें राहों कीं कहाँ अलोप हो गईं -

खामोश ज़मीं के सीने में से उगने लगीं खैमों की तनाबें शाम की वो सदायें फौजों के भयानक दस्तों की आवाज़ खा गई है फूलों सी क़बायें डूब गईं हैं किसी समंदर में टैंकों की धूल डीक गई है मेरे शहर की सभी रौनक़ें

अजनास की कीमत ऊपर जा रही है गिरने लगें हैं भाओ इनसान के सीने के

चौपाल में कम् आते हैं लोग मेले की रौनक घट गई है जीने की ख़ाहिश मर गई है सुबह में से दिन आज कल हँसते नहीं निकलले बाहर तमन्ना के सपने रातों ने खा लिए हैं जिस्मों के बाज़ार हैं हर गली तिजारत होती है तो हुसन की दायो पे लगतीं है तो खूबसूरत शाम-ए-महफ़िल

अब तो कुश भी नहीं बचा बेचने के लिए एक कौली भर चाबल है घर में- रोटी के साथ दाल भी नहीं बना सकते महंगाई अम्बर को छोहने जा रही है - टूटी में सुध पानी नहीं हैं- सूखी आँखों में अब आंसू भी नहीं टपकते

इन नाहरों में बाज़ारों में न कहीं ग़ैरत मिल रही है और न ही वो भवल खेड़ा

माँ-बाप की चौखट छोड़ गई है औलाद बहनें भाई और माएँ लाड़ले ढूंड रहीं हैं पनघट पे कोई नहीं आता भरे राहों की बहारें मेलों में कंवारीयों के झूंड कहीं नज़र नहीं आते -

कहाँ से लायूं गायों की महफ़िलें ढून्ढ कर वो घर २ की मौज मस्ती- कहाँ छोड़ कर आयें ये उदास सी हवाएँ और कैसे शंबलें ये गिरता हुआ मकान झूले में से बच्चे का गीत लचकती शाखों पे अनखिले फूल की महिक

खलियानों में नहीं सुनी थी कभी भूखी सी आवाजें और बाज़ारों में विकने को गैरत

इतनी नहीं हुई थी ग़रीब कभी मेरे शहर की गलिआं बदहाली ने कभी इतना नहीं खाया था मेरे घरों के चैन को- भरे तहखाने कैसे लगा देतें हैं - दरवाजे पे 'सभ खली है' का बोर्ड -कभी नहीं देखा था

पता नहीं कैसे बची है मेरे बच्चों की थोड़ी सी निदिआ मेरी भाबी का दर्पण में बनता नया ख्बाब -

क्यों नहीं बताता वो अब जो ले गया था मोहल्ले की वोट और दे गया था चमकता हुए भविष्य का दावा - कहाँ है वो ? ढूँढो उसे-तोड़ दो उस की सूराखिआ कड़ी पूशो उसे दिए वादों का जुआब -अब मौसम है आज का दिन है आप के पास---

 

ज़ी-नफ़स-endowed with breath;alive शादाब-नुमा-appearing succulent; freshness कबायें = clothes अजनास—आलसी एवं लापरवाह चौपाल - खुली बैठक

 

(अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध भारत-ऑस्ट्रेलियाई कीट विज्ञानी, कवि) जन्म: (जालंधर) पंजाब भारत शिक्षा: एमएससी, एंटॉमोलॉजी में पीएचडी राजनीतिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान; - 1 994 -2004 से ऑस्ट्रेलियाई श्रम पार्टी का सदस्य - ग्रीनवे ऑस्ट्रेलिया 2001 से संघीय चुनावों का समर्थन - पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन का एक सक्रिय सदस्य था। -एमएमबी कार्यकारी समिति पीएयू टीचर्स एसोसिएशन - ऑस्ट्रेलिया में अकाली दल की स्थापना - भारतीय विदेशी कांग्रेस ऑस्ट्रेलिया (आईओसीए) की स्थापना की - अब आईओसीए के अध्यक्ष के रूप में काम कर रहे हैं। सिख की आईडी और विश्व के वायु बंदरगाहों में श्री जी। बुश, श्री बॉब कार्र, श्री जॉन हॉवर्ड, ऑस्ट्रेलिया के प्रधान मंत्री और भारत के प्रधान मंत्री के सिखों को दिए गए बुरे उपचार के बारे में जानकारीपूर्ण लेख लिखे। - ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन इंडोज पंजाबी एसोसिएशन द्वारा पंजाबी साहित्य में 2016 में एक लाइफ अचीवमेंट्स अवार्ड्स के साथ प्रस्तुत किया गया। वर्ष 2001 के अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक - सिख सोसाइटी ऑफ़ ऑस्ट्रेलिया, मेलबोर्न द्वारा वर्ष 2001 का अंतर्राष्ट्रीय स्वंयसेवा पुरस्कार के साथ आगे बढ़े। भारत / पंजाबी संस्कृति में पर्याप्त योगदान: सिडनी ऑस्ट्रेलिया में पंजाबी, हिंदी समुदाय के लिए कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन 1.भांगड़ा और गीधा नृत्य में उनके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए बच्चों को प्रमाण पत्र दिया गया। 2. सबसे अच्छा पंजाबी पोशाक, 3. सबसे अच्छा पंजाबी सिंगर आदि। "पंजाबी संस्कृति पर एक शाम", "पंजाबी कविता पर एक कार्यक्रम" और ऑस्ट्रेलिया में वटनू दरवाजा पंजाब। संगठित पंजाबी, सिख सम्मेलन, 2004, सिडनी ऑस्ट्रेलिया वैज्ञानिक क्षेत्र में मुख्य योगदान (कीट विज्ञान: कीट नियंत्रण): अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं के पत्रिकाओं में 35 शोध पत्र प्रकाशित किए गए हैं और राष्ट्रीय पत्रिकाओं में लगभग 125 डॉ। ए.एस. अटवाल की देखरेख में, अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा की एक कीटविज्ञानी और आईसीएआर के राष्ट्रीय सहयोगी डॉ। वाईपीएस बजाज और पीएयू लुधियाना में टिशू कल्चर के प्रोफेसर, मेरी पीएचडी डिग्री के लिए काम करते थे। फ्यूटनमेटोड्स के बी परागण और बायोकंट्रोल की एंटोमोलॉजी के क्षेत्र में मेरा मूल शोध पहले से ही अमेरिकी जीवविज्ञान संस्थान, रैले, संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा विश्व के 5000 प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों में अपना नाम शामिल कर लिया गया है। संस्थान के जीवविज्ञान, ब्रिटेन द्वारा चार्टर्ड जीवविज्ञानी की मानद उपाधि के साथ भी सम्मानित किया गया। वैज्ञानिक क्षेत्र में अपने योगदान के लिए मैं नवक़हूर में जलंधर द्वारदर्शन द्वारा साक्षात्कार लेने के लिए सबसे छोटा था। मैंने कीस्ट कंट्रोल पर किताबें लिखी हैं, अर्थात्: जीवविज्ञान और नियंत्रण, काकरोच, जीवविज्ञान और चूहे और चूहे के नियंत्रण, दीमक के नियंत्रण और प्रबंधन। हमारी कंपनी, "टंडा कीट नियंत्रण", लघु व्यवसाय समुदाय पुरस्कार, 2003, 2004 में फाइनलिस्ट था, जो हमारे ग्राहकों द्वारा सर्वोत्तम गुणवत्ता और ग्राहक सेवा के लिए नामांकित है। - झाड़ कीट नियंत्रण को प्रशिक्षित करना शहरी कीट नियंत्रण के विभिन्न पहलुओं पर कीट नियंत्रण प्रशिक्षुओं को झटका लगाने के लिए प्रशिक्षण दिया गया। निम्नलिखित क्षेत्रों में स्वैच्छिक काम जैसे कि पंजाबी संस्कृति, धर्म, भाषा और सामाजिक मामलों आदि। कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत पंजाबी सिख, हिंदी और पाकिस्तानी समुदायों के लिए सहायता: संदर्भ पत्र और नौकरी पाने के लिए अन्य मदद देने वाले जरूरतमंद छात्रों की मदद करना, जब भी उन्होंने मुझसे संपर्क किया इसके अलावा उन्हें ऑस्ट्रेलिया में बसने तक शेयर आवास या नौकरी खोज में सहायता पाने में उनकी मदद करना साथ ही नागरिकता के रूपों, माता-पिता प्रवासन / वीजा छात्रों और अन्य पंजाबी / हिंदुओं के रूपों की सिफारिश की। धार्मिक कार्यक्रमों के अंतर्गत प्रमुख उपलब्धियां: 21-22 अगस्त, 2004 को पैरेक्ले सिख मिशन केंद्र में आयोजित पंजाबी सिख सम्मेलन शब्द गौशी-I पर शब्दसंगत धार्मिक कार्यक्रम को शब्दशक्ति गोशी-विषय पर बात की थी और मेरी कविता शब्द पर पठनीय थी। आसा दी वाह पर एक अन्य समान कार्यक्रम भी आयोजित किया गया - मैंने आसा दी वर पर बात की और आसा दी वर पर मेरी कविता का जिक्र किया। दोनों कार्यों में पंजाबी समुदाय के बौद्धिक और सिख धर्म के सिख स्कॉलर ने भाग लिया था। पेंक्ले, आस्ट्रेल, रीव्सबी और सिख पंजाबी साद संगठ के लिए मेलबोर्न गुरु घारों में मेरी कविताएं सुनाई। पंजाबी साहित्य में योगदान: अक्टूबर, 2000 में आयोजित रोसेले में आयोजित विश्व कांग्रेस के कवियों और सिडनी में 2001 में आयोजित और डॉ। तैजपाल एस भट्टी द्वारा अनुवादित मेरी कविताएं प्रस्तुत कीं, जिनकी अन्य भाषाओं के कवियों ने बहुत सराहना की थी। इसके अलावा मेरी कविताओं को ऑस्ट्रेलिया में एक पुस्तक के लिए आमंत्रित किया गया था डा।

DrAmarjit Tanda

Tanda Pest Control -----SRK Real Estate

Ex-Pest Control Technician Flick Pest Control / Rentokil Pest ControlSydney UWS Hawkesbury CSIRO, Australia Ph = 02 9682 3030 Mob; 0417271147

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