

अपनी कहानियाँ भेजिये ...
हम ऐसी कहानियाँ पढ़ना चाहते हैं जो भाषा में चमकें, कथानक में चौंकाएँ और भीतर तक छू जाएँ।
कहानी भेजने से पहले बस कुछ बातें याद रखिए —
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आपकी कहानी पूर्व-प्रकाशित न हो।
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उसमें कहानीपन हो — भाषा, बिंब, विडम्बना, और जीवन की गूंज साथ चलें।
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भाषा शुद्ध हो, और वर्तनी व व्याकरण का ध्यान रखा गया हो।
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कहानी यूनिकोड फ़ॉन्ट में हो (नोट — कृतिदेव यूनिकोड नहीं है। कृपया कृतिदेव में कहानी न भेजें)।
हम जानते हैं, हर कहानी के पीछे एक दिल धड़कता है —
इसलिए जो रचनाएँ इन मापदंडों पर खरी उतरती हैं, हमारी सम्पादकीय टीम उन्हें सच्चे प्रेम से पढ़ती है।
📧 अपनी कहानी भेजें: ekalpanasubmit@gmail.com
मानदेय के विषय में
ई-कल्पना हर लेखक के श्रम का सम्मान करती है — इसलिए हर स्वीकृत और अप्रकाशित कहानी के लिए मानदेय दिया जाता है। हम केवल मौलिक रचनाएँ प्रकाशित करते हैं।
हम लेखकों से अपेक्षा करते हैं कि प्रकाशन के समय अपनी कहानी को अपने मित्रों और सोशल मीडिया में साझा करें। यह न सिर्फ़ कहानी के प्रसार का हिस्सा है, बल्कि हमारी साझी प्रतिबद्धता का भी संकेत है। यदि लेखक सक्रिय होते हुए भी कहानी साझा नहीं करते, तो इसका प्रभाव मानदेय के वितरण पर पड़ सकता है।
ई-कल्पना का विश्वास है — अच्छी कहानी तब पूरी होती है, जब वह अपने पाठकों तक पहुँचती है।