top of page

सर्दी आई

  • महेन्द्र देवांगन माटी
  • 13 दिस॰ 2018
  • 1 मिनट पठन

सुबह सुबह अब चली हवाएँ । सर्दी आई जाड़ा लाए । ओढे कंबल और रजाई । हाथ ठिठुरते देखो भाई ।। धूप लगे अब बड़े सुहाना । बाबा बैठे गाये गाना ।। भजिया पूड़ी सबको भाये । गरम गरम चटनी सँग खाये ।। टोपी पहने काँपे लाला । आँखों में है चश्मा काला ।। आते झटपट खोले ताला । राम नाम का जपते माला ।। बच्चे आते शोर मचाते । लाला जी को बहुत सताते ।। धूम धड़ाका करते बच्चे । लेकिन मन के बिल्कुल सच्चे ।। ताजा ताजा फल को खाओ । रोज सबेरे घूमने जाओ ।। सुबह शाम अब दौड़ लगाओ । बीमारी सब दूर भगाओ ।।

महेन्द्र देवांगन माटी ( शिक्षक) गोपीबंद पारा पंडरिया जिला- - कबीरधाम छत्तीसगढ़ 8602407353

mahendradewanganmati@gmail.com mahendradewanganmati@gmail.com

Comments

Rated 0 out of 5 stars.
No ratings yet

Add a rating

आपके पत्र-विवेचना-संदेश
 

ई-मेल में सूचनाएं, पत्रिका व कहानी पाने के लिये सब्स्क्राइब करें (यह निःशुल्क है)

धन्यवाद!

bottom of page