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  • अनुराग मिश्र

मथुरा के साहित्यकारों को श्रीनाथद्वारा में मिला ‘बाल साहित्य भूषण’ सम्मान

मथुरा

ब्रजभूमि मथुरा के बाल साहित्यकारों को श्रीनाथद्वारा(राज.) में सम्मानित किया गया। यह ब्रजभूमि के लिए अत्यन्त गाौरवपूर्ण बात है कि मथुरा के वरिष्ठ कथाकार एवं बाल साहित्यकार डाॅ.दिनेष पाठक ‘शशि’, श्रीमती शशि पाठक तथा आचार्य नीरज शास्त्री को साहित्य मण्डल श्रीनाथद्वारा के तीन दिवसीय कार्यक्रम में श्री भगवती प्रसाद देवपुरा-स्मृति बाल साहित्य भूषण सम्मान से अलंकृत किया गया है।

साहित्य मण्डल श्रीनाथद्वारा की स्थापना सन् 1937ई. में हुई थी तभी से यह संस्था हिन्दी सेवा को समर्पित है। हिन्दी पुरोधा श्री भगवती प्रसाद देवपुरा ने साहित्य मण्डल के प्रधानमंत्री के रूप में हिन्दी साहित्य एवं हिन्दी के साहित्यकारों को प्रतिष्ठित करने का कार्य निरन्तर किया। ऐसे श्री भगवती प्रसाद देवपुरा की स्मृति में आयोजित तीन दिवसीय बाल साहित्य समारोह में सम्पूर्ण भारत के कोंने-कोंने से पधारे सैकड़ों विद्वानों के बीच मथुरा के डाॅ.दिनेष पाठक‘षषि’, श्रीमती षषि पाठक तथा आचार्य नीरज षास्त्री को श्री भगवती प्रसाद देवपुरा-स्मृति बाल साहित्य भूषण सम्मान से अलंकृत किया गया।

यह सम्मान उपरोक्त तीनों साहित्यकारों को साहित्य मण्डल श्रीनाथद्वारा के वर्तमान प्रधानमंत्री श्री ष्याम प्रकाष देवपुरा एवं श्रीमती ललिता देवपुरा, राजस्थान ब्रजभाषा अकादमी के सचिव श्री विट्ठल पारीक और अन्य पदाधिकारियों द्वारा अंगवस्त्र,मेवाडी पगड़ी,षाॅल, कंठहार, श्रीफल, श्रीनाथजी का प्रसाद, श्रीनाथ जी की छवि एवं उपाधि पत्र के साथ प्रदान किया गया।

ठसके पूर्व वरिष्ठ बाल साहित्यकार डाॅ.दिनेष पाठक‘षषि’ को उत्तर प्रदेष हिन्दी संस्थान लखनऊ के श्रीधर पाठक नामित पुरस्कार, अमृतलाल नागर बाल कथा सम्मान, भारत सरकार के लाल बहादुर षास्त्री पुरस्कार तथा प्रेमचंद पुरस्कार के साथ अनेक संस्थाओं द्वारा पुरस्कृत एवं सम्मानित किया जा चुका है।

श्रीमती शशि पाठक को तुलसी साहित्य संस्कृति अकादमी न्यास के स्वर्गीय माया देवी साहित्य साधिका सम्मान तथा श्रीमती सत्यवती देवी-स्मृति सम्मान सहित कई साहित्यिक संस्थाओं द्वारा पुरस्कृत एवं सम्मानित किया जा चुका है।

इसी प्रकार आचार्य नीरज शास्त्री को राष्ट्रकवि दिनकर सम्मान, रचनात्मक प्रतिभा सम्मान, गजल गौरव सम्मान जैसे लगभग दो दर्जन पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।

उक्त साहित्यकारों के सम्मान से तुलसी साहित्य संस्कृति अकादमी के हरिदत्त चतुर्वेदी हरीष, डाॅ.धनन्जय तिवारी, अनुराग मिश्र, आचार्य निर्मल एवं डाॅ.नीतू गोस्वामी, बृषभान गोस्वामी, श्रीमती पूनमषास्त्री, रामसिंह साद तथा कलांजलि के निदेषक डाॅ. के.उमराव विवेकनिधि, मदन मोहनषर्मा अरविन्द , देवी प्रसाद गौड़ , रामनिवास शर्मा अधीर, डाॅ.सुरेष पाण्डेय आदि ने हर्ष व्यक्त किया है।

प्रस्तुति-

अनुरागमिश्र मोबा-7417609948

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